Saturday, June 15, 2013

कि याद रखोगी तुम हमें

अजीब खेल है ये मोहब्बत भी
थके एक, पर हार होती है दोनों की ही

Friday, June 14, 2013

काश मैं भी इक झूट होता !

साँसें छूट सकती हैं
तेरा साथ नहीं कभी मगर
Twitter Delicious Facebook Digg Stumbleupon Favorites More

 
Design by Free WordPress Themes | Bloggerized by Lasantha - Premium Blogger Themes | Blogger Templates