ये आँखे बंद कर ली हैं
तेरी मुस्कराहट देखने के लिए
कान ढक लिए हैं
तेरी खिलखिलाहट सुनने के लिए
जाम छोड़ दिया है
तेरी उल्फत में झूमने के लिए
ख्यालों पे लगाम कस दी है
तुझमे रमने के लिए
नफरत की आग जला ली है
तेरे प्यार में जलने के लिए
तुझे खोना ही है
तुझे पाने के लिए
ये शरीर छोड़ना ही है
तुझमे विलय के लिए
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