Thursday, October 24, 2013

दरमियाँ



लफ़्ज़ों से जो था परे 
खालीपन को जो भरे
कुछ तो था तेरे मेरे दरमियाँ 
रिश्ते को क्या मोड़ दूं 
नाता ये अब तोड़ दूं 
या फिर यूं ही छोड़ दूं, दरमियाँ 
बेनाम रिश्ता वो 

बेनाम रिश्ता वो, बेचैन करता जो 
हो न सके जो बयां, दरमियाँ 
दरमियाँ दरमियाँ 
दरमियाँ  दरमियाँ 
कुछ तो था तेरे मेरे दरमियाँ 

आँखों में तेरे साये 
चाहूँ तो हो न पाये 
यादों से तेरी फासला हाए 
जा के भी तू न जाये 
ठहरी तू दिल में हाए 
हसरत सी बन के क्यों भला 
क्यों याद करता हूँ 
मिटता हूँ बनता हूँ  
मुझको तू लायी ये कहाँ 

बेनाम रिश्ता वो, बेचैन करता जो 
हो न सके जो बयां, दरमियाँ 
दरमियाँ दरमियाँ 
दरमियाँ  दरमियाँ 
कुछ तो था तेरे मेरे दरमियाँ 

चलते थे जिनपे हम तुम 
रास्ते हैं वो सारे गुम  
अब कैसे ढूँढें मंजिलें 
रातें हैं जैसे मातम 
आते हैं दिन भी गुमसुम 
रूठी हैं सारी महफ़िलें 
इतना सताओ न, यूं याद आओ न 
बन जाएं आंसूं ही जुबां 

बेनाम रिश्ता वो, बेचैन करता जो 
हो न सके जो बयां, दरमियाँ 
दरमियाँ दरमियाँ 
दरमियाँ  दरमियाँ 
कुछ तो था तेरे मेरे दरमियाँ 

(जोड़ी ब्रेकर्स )

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